चंडी मंदिर में संचालित पाठशाला की कक्षा की दीवार गिरी, जिम्मेदार कौन?
हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): हापुड़ के चंडी मंदिर परिसर में संचालित श्री चंडी संस्कृत पाठशाला के एक कक्षा की दीवार गुरुवार की तड़के भरभराकर नीचे आ गिरी। राहत की बात यह रही कि इस दौरान कोई वहां मौजूद नहीं था वरना बड़ा हादसा हो सकता था। सबसे बड़ी बात तो यह है कि कमरे में लगभग 10 दिनों से जगह-जगह तरेड आ रही थी लेकिन समिति ने इस ओर जरा भी ध्यान नहीं दिया। साथ ही धर्मशाला की जगह पर भी बेसमेंट बनाया जा रहा है। ऐसे में कक्षा की दीवार का गिरना कई सवाल खड़े करता है। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि जिस कक्ष की दीवार गिरी है उसके ऊपर कमरे को लगभग 15 दिन पहले खाली कराया गया। यदि कमरा खाली न कराया होता तो हादसा बड़ा हो सकता था। स्कूल की दीवार गिरने के बाद आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि आखिर इसका जिम्मेदार कौन है?
कई दिन पहले आ गई थी तरेड़:
चंडी मंदिर के परिसर में श्री चंडी संस्कृत पाठशाला का संचालन किया जाता है जहां छात्र शिक्षका ग्रहण करते हैं। शिक्षका ग्रहण करने वाले एक छात्रा ने बताया कि यहां कई दिन पहले तरे आ गई थी जिसके चलते पहली मंजिल में रह रहे छात्रों को वहां से हटा दिया था।
गलत तरीके से खुदाई का आरोप:
आपको बता दें कि दीवार गिरने के बाद आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। महावीर दल के पदाधिकारियों ने श्री चंडी मंदिर प्रबंधक समिति हापुड़ के पदाधिकारियों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं जिनका कहना है कि गलत तरीके से धर्मशाला का निर्माण किया जा रहा है जिसकी वजह से महावीर दल की बिल्डिंग को भी क्षति पहुंची है।
देरी से पहुंचे पदाधिकारी:
दीवार गुरुवार की सुबह लगभग 4:00 बजे के आसपास गिरी 10:30 तक कोई भी जिम्मेदार हाल-चाल जानने नहीं पहुंचा जिसकी वजह से लोगों में काफी ज्यादा नाराजगी है।
पाठशाला के शिक्षक ने जताई नाराजगी :
बताते चलें कि पाठशाला के शिक्षक का कहना है कि उन्होंने चंडी मंदिर प्रबंधक समिति के पदाधिकारी को मामले की जानकारी दी थी लेकिन उन्होंने कोई खास कदम नहीं उठाया जिसकी वजह से पाठशाला के कक्षा की दीवार गिरी है। ऐसे में लापरवाह व्यवहार के चलते सभी में काफी ज्यादा नाराजगी है।
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